Juice Jacking क्या है ?इससे कैसे बचा जाए।
Updated: Mar 2, 2023
अक्सर आपने देखा होगा कि लोग सफर के दौरान अपने मोबाइल को लेकर काफी उत्सुक होते हैं कि कहीं उनका मोबाइल डिस्चार्ज ना हो जाए और समस्या तब ज्यादा बढ़ जाता है जब आपके पास पावर बैंक नहीं होता है या चार्ज करने का और कोई विकल्प नहीं होता है ऐसे में हम रेलवे स्टेशन ,एयरपोर्ट ,कैफे या मेट्रो जैसी जगह पर चार्जिंग पोर्ट में अपने मोबाइल को चार्ज में लगा देते हैं Iलेकिन यह तरीका ज्यादा सुरक्षित नहीं है I आप इस आदत से बड़े मुश्किल में फंस सकते हैं ऐसे ही समय में साइबर अपराधी जूस जैकिंग के माध्यम से आपके मोबाइल फोन के डाटा को चुरा लेते हैं और आप को आर्थिक नुकसान में डाल देते हैं और यह इतने कम समय में होता है है कि आपको इसकी भनक भी नहीं लगती है और ऐसी घटनाएं आजकल लगातार बढ़ती जा रही हैं I
वीडियो देखने के लिए क्लिक करे-https://youtu.be/HQdPJd0fzgI
आज सभी के पास अच्छे से अच्छा फोन और महंगे से महंगा स्मार्टफोन है लेकिन इसमें होने वाली डाटा चोरी को अक्सर वह रोकने में नाकामयाब रहता है Iअक्सर लोग जब कहीं बाहर घर से निकलते हैं तो कई बार ऐसा होता है कि अपने स्मार्टफोन को वह चार्ज कर नहीं पाते और ऐसे में वह सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टेशन , मेट्रो ,कैफे ,हवाई अड्डे आदि पर मौजूद USB पोर्ट चार्जिंग को देखते ही अपने मोबाइल फोन या लैपटॉप को वह चार्जिंग में लगा देते हैं ताकि वह अगली सफर के दौरान इनका बैटरी उनके साथ रहे Iलेकिन यह तरकीब आपको किसी दिन बहुत ही आर्थिक नुकसान दे सकती है Iइस तरह पोर्ट में लगाकर फोन को कभी भी चार्ज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आजकल बहुत ही खतरनाक साबित हो रहा है इसमें हैकर्स फोन का डाटा चुरा सकते हैं या फिर आपके बैंक डिटेल को हासिल कर सकते हैं और वह अकाउंट को भी खाली कर सकते हैं Iदरअसल यूएसबी सिर्फ चार्जिंग के लिए ही डिजाइन नहीं किया गया है इससे आप डाटा को कई बार आप लोड और अपलोड भी इसके माध्यम से करते हैं I लेकिन इस बात से लोग शायद अनजान होते हैं कि जब वे अपने फोन को USB चार्जिंग पोर्ट से चार्ज कर रहे होते हैं उसी वक्त हैकर्स फोन से डाटा भी कॉपी कर लेता है या फिर मालवेयर इंस्टॉल कर देता है डाटा चोरी की इस तकनीक को ही जूस जैकिंग फ्रॉड कहा जाता है इसके लिए स्मार्ट फोन टेबलेट या कंप्यूटर डिवाइस से कॉपी किया जाता है कि उसका पता ही नहीं चल पाता और डाटा उनका सेकंड में चोरी हो जाता है और वह गलत हाथों में पड़ जाता है जिससे उनको नुकसान उठाना पड़ जाता हैI
जूस जैकिंग मोबाइल या लैपटॉप पर काम कैसे करता है -यूएसबी पोर्ट का उपयोग ज्यादातर मामलों में डाटा ट्रांसफर के रूप में ही इस्तेमाल किया जाता है या अगर आप उसको चार्जर से कनेक्ट किए हुए हैं तो चार्जिंग के काम में आता है I जब यूएसबी पोर्ट के माध्यम से डिवाइस को यूजर चार्ज करता है तो यह डिवाइस के बीच फाइलों को ट्रांसफर करने का विकल्प को भी ओपन कर सकता है अक्सर आपने देखा होगा कि जब हम यूएसबी से अपने मोबाइल को चार्ज करते हैं तो वह पॉपअप ओपन करता है जिसमें एक मैसेज आता है कि आप अपने मोबाइल फोन को चार्ज करना चाहते हैं या डाटा जैसे की फोटो या अन्य चीजों को आप ट्रांसफर करना चाहते हैं तो यहां पर आप अगर अपने मोबाइल को चार्ज करना चाहते हैं तो बहुत ही ध्यान से उस ऑप्शन का चुनाव करना चाहिए या डाटा ट्रांसफर करना चाहते हैं तो डाटा ट्रांसफर का चुनाव करें I
लेकिन आप जैसे ही पब्लिक प्लेस पर चार्जिंग कर रहे होते हैं और वह भी डायरेक्ट यूएसबी के माध्यम से तो वहां पर आप चार्जिंग ऑप्शन पर ही क्लिक करें। अक्सर पब्लिक प्लेस पर जो चार्जिंग प्वाइंट होते हैं उसमें हैकर्स ऑफ द सेल्फ हार्डवेयर का उपयोग करते हैं जो पब्लिक चार्जिंग बोर्ड के चार्जिंग पोर्ट में आसानी से इंस्टॉल हो जाता है और इसे खासतौर पर सिक्योरिटी ब्रीच और कनेक्टेड डिवाइस की जानकारी तक पहुंचाने के लिए ही डिजाइन किया जाता है इस तकनीक की मदद से ही आपके मोबाइल फोन की डाटा चोरी हो जाती है डाटा में फोन की कांटेक्ट लिस्ट फोटो गैलरी से लेकर सभी फीस व्हाट्सएप सेट आदि शामिल हो सकते हैंI
यानी कि एक मुफ्त चार्जर आपके बैंक अकाउंट को खत्म कर सकता है I जूस जैकिंग से कनेक्टेड डिवाइसेज डाटा चोरी हो जाता है हैकर्स आपके फोन में पर्सनली आईडेंटिफिएबल इनफॉरमेशन यानी व्यक्तिगत रूप से पहचान योग जानकारी अकाउंटेंट्स इन बैंकिंग से संबंधित डाटा क्रेडिट कार्ड डाटा आदि को सर्च कर सकते हैं I ये हैकर सभी सूचनाओं को अपने डिवाइस पर कॉपी करने की क्षमता रखते हैं आजकल ऐसे कई ऐप भी मौजूद हैं जो आपके फोन से सभी डाटा को दूसरे phone में plant कर सकते हैं।इस माध्यम से मालवेयर इंस्टॉलेशन भी किया जाता है Iएक बार कनेक्शन स्थापित हो जाने पर मालवेयर ऑटोमेटिक रूप से कनेक्टेड डिवाइसेज इनस्टॉल हो I जाता है मालवेयर डिवाइस में तब तक बना रहता है जब तक आप इसका पता नहीं लगा लेते और उसे रिमूव या किसी माध्यम से आप हटा नहीं देते मालवेयर कई प्रकार के होते हैं जिन्हें साइबर क्रिमिनल्स, जूस जैकिंग के माध्यम से आपके मोबाइल या पीसी पर इंस्टॉल कर सकते हैं Iजिनमें एडवेयर क्रिप्टो - रेम सम वेयर, स्पाइवेयर एयरोजन भी शामिल होते हैंI
आप अपने को ऐसे बचा सकते हैं -जूस जैकिंग से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप जब भी सार्वजनिक स्थानों पर मौजूद रहे और चार्जिंग पोर्ट से अगर आपको चार्ज करना है तो अपने आप को वहां चार्ज करने से बचाये I यदि फोन को चार्ज भी करने की जरूरत पड़ती है तो आप डायरेक्ट यूएसबी केबल चार्जर के साथ को इलेक्ट्रिक बोर्ड में प्लस करके ही चार्ज करें।
जब आप किसी यात्रा पर हो तो पावर बैंक हमेशा साथ रखें इससे चार्ज करने से कम से कम बच सकते हैं ध्यान दें कि हवाई अड्डे और हाई सिक्योरिटी एरिया में उपलब्ध किओस्क चार्जिंग पॉइंट भी सुरक्षित नहीं है।
अधिकांश जूस जैकिंग फ्रॉड फोन केवल का उपयोग करके किया जाता है I इसलिए सस्ते केवल ना खरीदें क्योंकि यह बाद में महंगे साबित हो सकते हैं Iअपने ऑपरेटिंग सिस्टम में ज्यादा बदलाव करने की कोशिश ना करें क्योंकि यह आपके डिवाइस को असुरक्षित बना सकता है I पायरेटेड सॉफ्टवेयर से बचें और अनचाहे मीडिया इंस्टॉल करने से भी बचें क्योंकि इसमें वायरस होने की संभावना बनी रहती है।
हमेशा इन बातों को ध्यान में रखकर ही पब्लिक प्लेस मे चार्जिंग करे फोन को चार्ज करते समय अपने मोबाइल को AC सॉकेट में कनेक्ट करें ना कि यूएसबी वर्षा port में इससे और टाटा चोरी की आशंका से बच सकते हैं I
अगर आपको पब्लिक प्लेस पर चार्ज की जरूरत पड़ जाती है तो बेहतर होगा कि डिवाइस को ऑफ करके चार्ज कर करें इससे भी आप सुरक्षित बच सकते हैं I
आजकल ज्यादातर पब्लिक प्लेस पर चार्जिंग किओस्क लगे होते हैं लेकिन इन जगहों पर मौजूद चार्जिंग पोर्ट के जरिए अपना फोन चार्ज कर रहे हैं तो डाटा ट्रांसफर को बंद करके रखें जूस जैकिंग से बचने के लिए आप डाटा ब्लॉकर का उपयोग कर सकते हैं जो एक छोटा यूएसबी डिवाइस है जो पेन ड्राइव की तरह दिखता है डाटा ब्लॉक कर डाटा ट्रांसफर करने वाले तारों को वह निष्क्रिय कर देता है और आप सुरक्षित बच जाते हैं I
वीडियो देखने के लिए क्लिक करे-https://youtu.be/HQdPJd0fzgI
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